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Google Pixel 10: WhatsApp पर सैटेलाइट कॉल करने वाला पहला फोन | हिंदी ब्लॉग

गूगल पिक्सेल 10: अब व्हाट्सऐप कॉल भी सैटेलाइट से

गूगल पिक्सेल 10: अब व्हाट्सऐप कॉल भी सैटेलाइट से

गूगल पिक्सेल 10 सीरीज़ का एक प्रतिनिधि फ़ोटो Google Pixel 10 Pro का एक प्रतिनिधि फ़ोटो

क्रेडिट: Unsplash पर एक प्रतिनिधि फ़ोटो

गूगल ने एक बड़ी घोषणा करते हुए बताया है कि उनकी नई पिक्सेल 10 सीरीज़ के स्मार्टफोन सैटेलाइट कनेक्टिविटी का उपयोग करके व्हाट्सऐप वॉयस और वीडियो कॉल करने वाले पहले डिवाइस होंगे। यह कदम इमरजेंसी सैटेलाइट फीचर्स को रोज़मर्रा के संचार में लाने की दिशा में एक बड़ा बदलाव है। यह सुविधा 28 अगस्त को फोन की रिलीज़ के साथ शुरू होगी।

गूगल ने अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट के माध्यम से इस साझेदारी की घोषणा की, जो कि गूगल और मेटा के व्हाट्सऐप के बीच है। इसका उद्देश्य उन क्षेत्रों में सैटेलाइट कॉलिंग लाना है जहाँ कोई सेल्युलर नेटवर्क नहीं है। यह नई सुविधा सैटेलाइट कनेक्टिविटी को सिर्फ एक सुरक्षा कवच के बजाय एक प्रैक्टिकल कम्युनिकेशन टूल में बदल देगी।

सैटेलाइट संचार में एक नई शुरुआत

एंड्रॉइड अथॉरिटी के अनुसार, गूगल ने एक डेमो वीडियो भी शेयर किया जिसमें एक पिक्सेल 10 डिवाइस पर इनकमिंग व्हाट्सऐप कॉल का जवाब दिया जा रहा था और स्टेटस बार में सैटेलाइट आइकॉन दिख रहा था। यह सुविधा पिक्सेल 10 के सभी वेरिएंट्स में उपलब्ध होगी, जिनमें बेस मॉडल, प्रो, प्रो XL, और प्रो फोल्ड शामिल हैं। इस नई सुविधा के साथ गूगल ने स्मार्टफोन मार्केट में एक बड़ी छलांग लगाई है।

तकनीकी जानकारी और सीमाएं

यह कैसे काम करेगा?

यह सेवा टी-मोबाइल (T-Mobile) और उनके सैटेलाइट पार्टनर स्पेसएक्स के स्टारलिंक (SpaceX's Starlink) नेटवर्क का उपयोग करेगी। जब आपका फोन किसी सेल्युलर नेटवर्क से कनेक्ट नहीं हो पाएगा, तो यह स्वचालित रूप से आस-पास के सैटेलाइट की तलाश करेगा। उपयोगकर्ता को फोन को सही दिशा में इंगित करने के लिए स्क्रीन पर एक विज़ुअल गाइड मिलेगा ताकि सिग्नल सही से मिल सके।

उपयोगकर्ता अनुभव कैसा होगा?

सैटेलाइट व्हाट्सऐप कॉलिंग "केवल पार्टनर कैरियर्स तक सीमित होगी और अतिरिक्त शुल्क भी लग सकता है।" आपको यह ध्यान रखना होगा कि यह सेवा पारंपरिक नेटवर्क जितनी तेज़ नहीं होगी। सैटेलाइट से सिग्नल आने-जाने में कुछ देरी (latency) हो सकती है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि कॉल करने के लिए आपको खुले आसमान के नीचे रहना होगा, क्योंकि सैटेलाइट का सीधा संपर्क ज़रूरी है।

मार्केट में मुकाबला

यह कदम गूगल को अपने प्रतिद्वंद्वियों से बहुत आगे कर देता है:

  • एप्पल (Apple): आईफोन 14 और उसके बाद के मॉडल्स में सैटेलाइट कनेक्टिविटी है, लेकिन यह केवल इमरजेंसी SOS मैसेज और बेसिक टेक्स्टिंग के लिए है।
  • सैमसंग (Samsung): सैमसंग की गैलेक्सी S25 सीरीज़ ने सैटेलाइट मैसेजिंग तो पेश की, लेकिन वह भी केवल टेक्स्ट संचार तक सीमित है।

एक बड़ी सैटेलाइट रणनीति

यह बढ़ी हुई सैटेलाइट कार्यक्षमता व्हाट्सऐप को अमेरिका में बाज़ार हिस्सेदारी बढ़ाने में मदद कर सकती है, जहाँ उसे आईमैसेज और अन्य प्लेटफार्मों से कड़ी प्रतिस्पर्धा मिलती है। यह साझेदारी दोनों कंपनियों की सैटेलाइट कनेक्टिविटी को केवल एक आपातकालीन सेवा के बजाय एक मुख्यधारा की सुविधा बनाने के प्रयास को दर्शाती है।

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